न्यास के बारे में

परोपकारी संत स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज के मूलमंत्र 'परोपकार ही स्व उपकार है' को ध्यान में रखते हुए 14 वर्ष पूर्व 'सुफलाम सेवा न्यास' की स्थापना की गई | न्यास ने सेवा का आरम्भ महाराजा यशवंतराव हॉस्पिटल, इंदौर में प्रति रविवार को मरीजों को निःशुल्क शुद्ध खिचड़ी वितरण व परिसर में ही 'भोलेनाथ की प्याऊ' से किया था | वर्तमान में मरीजों व उनके साथ आए परिजनों के हितार्थ, विभिन्न सेवाकर्म न्यास द्वारा किए जा रहे है | उल्लेखनीय सेवा में, मरीजों के परिजनों को विगत सात वर्षो से नियमित सायंकाल (बिना किसी अवकाश के) निःशुल्क भोजन दिया जा रहा है |

महाराजा यशवंतराव हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा संस्था को हॉस्पिटल परिसर में ही, पुलिस चौकी के पास, एक कमरा उपलब्ध कराया गया है, जिससे संस्था द्वारा नियमित व सुचारु रूप से मरीजों के हित में गतिविधियाँ की जा रही है | परिणामस्वरूप प्रातः 11 से सायं 8 बजे तक संस्था के सदस्य मरीजों को हर संभव मदद व मार्गदर्शन करने के लिए तत्परता से जुटे रहते है |

इस तारतम्य में न्यास के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे अन्य सदस्यों को भी न्यास से जोड़े, माह में न्यूनतम एक बार महाराजा यशवंतराव हॉस्पिटल के न्यास के परिसर में उपस्थित होकर न्यास की गतिविधियों में शारीरिक, मानसिक, व आर्थिक सहयोग प्रदान करें | आपका योगदान व सुझाव मरीजों के लिए हितार्थ बहुमूल्य साबित होंगे |